احسان عبد القدوس 
يا عزيزى كلنا لصوص [EPUB ebook] 

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«وقال محروس وهو يتنهد كأنه يتحسر:
– والله لم يكن على بالي هذا الكار.. الخير كان كثيرا ولكن أولاد الحرام لم يرحموا.. كل شيء ضاع فماذا أفعل.. لم أجد إلا هذا الكار.. لم أجد إلا أن أسرق.. السرقة للمحتاج حلال!..
وقال مرتضى ساهما:
– العالم كله سرقات.. اللي فوق يسرق اللي تحت.. والشاطر يسرق البليد!..».

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भाषा अरबी ● स्वरूप EPUB ● पेज 208 ● ISBN 9789777953948 ● फाइल का आकार 0.3 MB ● आयु 99-17 वर्षों ● प्रकाशक Aldar Almasriah Allubnaniah ● शहर London ● देश GB ● प्रकाशित 2024 ● डाउनलोड करने योग्य 24 महीने ● मुद्रा EUR ● आईडी 9992985 ● कॉपी सुरक्षा सामाजिक DRM

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