और अब एक बड़ी विचित्र बात हुई। हामिद के इस चिमटे से भी विचित्र। बच्चे हामिद ने बूढ़े हामिद का पार्ट खेला था। बुढ़िया अमीना बालिका अमीना बन गयी। वह रोने लगी। दामन फैलाकर हामिद को दुआएं देती जाती थी और आँसू की बड़ी-बड़ी बूँदें गिराती जाती थी। हामिद इसका रहस्य क्या समझता?'
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भाषा हिंदी ● स्वरूप EPUB ● ISBN 9789389851250 ● फाइल का आकार 2.2 MB ● प्रकाशक Prabhakar Prakshan ● प्रकाशित 2020 ● डाउनलोड करने योग्य 24 महीने ● मुद्रा EUR ● आईडी 8295841 ● कॉपी सुरक्षा Adobe DRM
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