Premchand 
Nirmala [EPUB ebook] 

Support

समाज, सामाजिक संबंधों का जाल है। इन्हीं संबंधों के जाल की मर्यादा कायम रखने के लिए निर्मला का विवाह एक अधेड़ उम्र के व्यक्ति से कर दिया जाता है, जिसकी प्रथम विवाहिता से तीन बच्चे हैं। निर्मला अपने इस नए परिवार में व्यवस्थित जीवन व्यतीत करने की कोशिश कर रही है पर बाल मन होने के नाते वह उन परिस्थितियों से जूझने में असमर्थ है। अन्त में निर्मला की मृत्यु हो जाती है, जो इस अधम सामाजिक प्रथा को मिटा डालने के लिए एक भारी चुनौती है। महिला केंद्रित साहित्य के इतिहास में इस उपन्यास का विशेष स्थान है।

€0.99
payment methods
Buy this ebook and get 1 more FREE!
Language English ● Format EPUB ● Pages 176 ● ISBN 9789389851588 ● File size 0.6 MB ● Publisher Prabhakar Prakshan ● Published 2024 ● Downloadable 24 months ● Currency EUR ● ID 10224384 ● Copy protection Adobe DRM
Requires a DRM capable ebook reader

More ebooks from the same author(s) / Editor

35,505 Ebooks in this category