संन्यास का अर्थ है मृत्यु के प्रति प्रेम। सांसारिक लोग जीवन से प्रेम करते हैं परन्तु संन्यासी के लिए प्रेम करने को मृत्यु है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि हम आत्महत्या कर लें। आत्महत्या करने वालों को तो कभी मृत्यु प्यारी नहीं होती है। संन्यासी का धर्म है समस्त संसार के हित के लिए निरंतर आत्मत्याग करते हुए धीरे-धीरे मृत्यु को प्राप्त हो जाना।
– स्वामी विवेकानंद
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Language English ● Format EPUB ● Pages 93 ● ISBN 9789390605644 ● File size 0.3 MB ● Publisher Prabhakar Prakshan ● Published 2024 ● Downloadable 24 months ● Currency EUR ● ID 10224405 ● Copy protection Adobe DRM
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