Premchand 
Manorama [EPUB ebook] 

Ondersteuning

मनोरमा’ – प्रेमचंद जी द्वारा रचित एक सामाजिक उपन्यास है प्रेमचंद जी ने अपने इस उपन्यास से तत्कालीन सामाजिक व्यवस्था का संपूर्ण सजीव चित्र अंकित किया है। इसी के साथ प्रेमचंद जी ने उस समय चल रहे नारी की व्यथा की कहानी को भी अपने इस उपन्यास में पिरोया है।
‘मनोरमा’ उपन्यास में नायिका मनोरमा है, जिसके जरिए प्रेमचंद जी ने उस समय भारत में नारी की सामाजिक व्यथा और उनकी दुर्दशा का खुलकर वर्णन किया है। यह कथाशिल्प का एक अनूठा उपन्यास है। जिसमें एक औरत के जीवन में आने वाली सारी परेशानियों और उनकी दिक्कतों के कारण का खुलकर वर्णन है। इस पढ़ कर पाठकों को पता चलेगा की उन दिनों औरतों का जीवन कितना मुश्किल था और उनके जीवन की मुश्किलों का कारण क्या था?

€0.99
Betalingsmethoden
Koop dit e-boek en ontvang er nog 1 GRATIS!
Taal Hindi ● Formaat EPUB ● ISBN 9789354625046 ● Bestandsgrootte 0.5 MB ● Uitgeverij True Sign Publishing House ● Gepubliceerd 2023 ● Downloadbare 24 maanden ● Valuta EUR ● ID 8284862 ● Kopieerbeveiliging Adobe DRM
Vereist een DRM-compatibele e-boeklezer

Meer e-boeken van dezelfde auteur (s) / Editor

34.373 E-boeken in deze categorie